Tuesday 3 May 2016

बाहरवीं के बाद कैरियर की राहें


बाहरवीं के बाद कैरियर की राहें


               12वीं के बाद अधिकांश छात्र यह तय नहीं कर पाते कि वे अब आगे किस राह पर बढ़ें।  इस दुविधा से निकलने का कोई उपाय उन्हें नहीं सूझता। मार्गदर्शन के  अभाव में ज्यादातर छात्र अपने दोस्तों की देखादेखी ही कोर्स चुन लेते हैं या फिर अपने अभिभावक की इच्छा से मेडिकल या इंजीनियरिंग की राह पर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। 
        दूसरों की देखा-देखी या फिर अभिभावकों के दबाव से किसी कोर्स का चुनाव हर छात्र  के लिए सही नहीं माना जा सकता, क्योंकि ऐसी स्थिति में आगे चलकर छात्र के प्रदर्शन के साथ-साथ उसका भी प्रभावित हो सकता है। चूँकि अब विकल्पों की कमी नहीं है, इसलिए अपनी पसंद के करियर का ध्यान रखकर उससे संबंधित कोर्स करना भविष्य के लिहाज से बेहतर होगा। इसलिए, हर छात्र को अपने करियर की राह खुद अपने विवेक से और शांति से सोच समझकर अपनी रुचि व व दक्षता के आधार पर चुननी चाहिए।

आईये जानें....बारहवीं के बाद कैरियर की मुख्यतः कौन-कौन सी राह अपनाई जा सकती है :-



साइंस स्ट्रीम
साइंस स्ट्रीम से बारहवीं करने वाले स्टूडेंट्स यदि आगे ग्रेजुएशन करना चाहते हैं, तो वे किसी प्रतिष्ठित संस्थान से बीएससी (पास) या बीएससी (ऑनर्स) कर सकते हैं। इसके लिए प्रमुख विषय फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ्स, बायोलॉजी, जूलॉजी आदि हैं। वैसे, अब बायोटेक्नोलॉजी, जेनेटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे विषयों में भी स्नातक करने का विकल्प है और भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए स्टूडेंट इन्हें काफी पसंद कर रहे हैं। यदि टेक्निकल या प्रोफेशनल कोर्स करना चाहते हैं, तो इंजीनियरिंग (बारहवीं पीसीएम के बाद) और मेडिकल (पीसीबी) स्ट्रीम चुन सकते हैं। लेकिन इंजीनियरिंग (चार वर्षीय बीटेक या बीई) या मेडिकल लाइन (एमबीबीएस आदि) के लिए अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। वहीं दूसरी ओर, मेडिकल फील्ड की ओर रुख करने वाले स्टूडेंट्स के लिए एमबीबीएस कोर्स के अलावा करियर के तौर पर माइक्रोबायोलॉजी, फिजियोथेरेपी, वेटेरिनरी साइंस, होम्योपैथी, डेंटिस्ट्री आदि क्षेत्रों के विकल्प हैं। इसके लिए नेशनल और स्टेट लेवॅल पर प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इन परीक्षाओं को क्वालिफाई करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। 




कॉमर्स स्ट्रीम 

कॉमर्स स्ट्रीम में करियर बनाने वालों के लिए बीकॉम (पास) और बीकॉम (ऑनर्स) का विकल्प है। इसके जरिए आप बिजनेस अकाउंटिंग, फाइनेंशियल अकाउंटिंग, कॉस्ट अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, बिजनेस लॉ, बिजनेस फाइनेंस, मार्केटिंग, बिजनेस कम्युनिकेशन आदि विषयों में स्नातक कर सकते हैं। कॉमर्स स्ट्रीम चुनने वालों के लिए भविष्य में एमबीए, सीएस, सीए, फाइनेंशियल एनालिस्ट जैसे तमाम करियर ऑप्शंस बांहें फैलाए रहते हैं। 



आर्ट्स स्ट्रीम

एक आम धारणा यह रही है कि आर्ट्स स्ट्रीम से प़ढ़ाई करने के बाद आगे कोई अच्छा करियर विकल्प नहीं मिलता। लेकिन अब यह धारणा काफी हद तक बदल गई है, क्योंकि इस स्ट्रीम में ऐसे कई विषय हैं, जिनकी पढ़ाई करके सरकारी और निजी क्षेत्रों में कैरियर की ऊंचाई छुई जा सकती है। इस स्ट्रीम में स्नातक के इच्छुक स्टूडेंट्स अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, इतिहास, राजनीति शास्त्र, दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी आदि विषयों का चयन कर सकते हैं।



सदाबहार विकल्प 
बीए (पास) और बीए (ऑनर्स) कोर्स एक सदाबहार विकल्प है। हाँ, इस बात का खास खयाल रखिए कि अगर आपके मनमाफिक विषयों का कॉम्बिनेशन एक कॉलेज में उपलब्ध नहीं है, तो आप दूसरे कॉलेजों में भी जरूर ट्राई करें। आर्ट्‌स विषय प़ढ़ने वाले अधिकतर स्टूडेंट्स वैसे तो सिविल सर्विस की तैयारी में जुटे रहते हैं, लेकिन इसके अलावा प्रोफेशनल तौर पर एमबीए, जर्नलिज्म, मार्केट एनालिसिस, टीचिंग, एंथ्रोपोलॉजी, ह्यूमन रिसोर्स, एमएसडब्लू आदि क्षेत्रों में भी काफी करियर ऑप्शंस मौजूद हैं। 

प्रोफेशनल कोर्सेज
ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में बारहवीं के बाद बीए, बीकॉम, बीएससी जैसे ट्रेडिशनल कोर्सों के अलावा भी आज ऐसे कई प्रोफेशनल कोर्स मौजूद हैं, जिन्हें करने के बाद खासकर कॉर्पोरेट वर्ल्ड में खास मुकाम हासिल किया जा सकता है। इनमें आईटी और मैनेजमेंट फील्ड से संबंधित कोर्स प्रमुख हैं। इन कोर्सों की खूबी यह है कि इन्हें करने के बाद अक्सर कैंपस रिक्रूटमेंट के जरिए ब़ड़ी-ब़ड़ी कंपनियों द्वारा आकर्षक पैकेजे पर जॉब प्लेसमेंट कर लिया जाता है।

इंजिनियरिंग : आप नॉन मेडिकल साइंस के साथ इंजिनियरिंग फिल्ड चुन सकते हैं। इसमें आप अनेक कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स, जैसे-एआईईईई, आईआईटीजेईई, गेट आदि के टेस्ट देकर इंजीनियरिंग के विभिन्न क्षेत्रों, मसलन, मैकेनिकल, एयरोनॉटिकल, कैमिकल, आर्किटेक्टर, बायोमेडिकल, इलेक्ट्रिकल, कम्प्यूटर साइंस, आईटी आदि में प्रवेश ले सकते हैं।  ऐयरोस्पेस, ऐग्रिकल्चर, ऑटोमोबाइल बॉयकेमिकल, बॉयटेक्निलॉजी, ब्रॉडकास्ट टेक्निक, सिविल, मकैनिकल, इलेक्ट्रॉनिकध् कंप्यूटर इंजिनियर, टेलिकम्युनिकेशन, फूड, फायर, टेक्सटाइल तमाम विकल्प में से कोई भी चुन सकते हैं। 

फिजिकल साइंस : फिजिकल साइंस में आप केमिस्ट/ गणितज्ञ/ऐस्ट्रोनॉमी/फॉरेंसिक साइंस/ जियॉग्रफर/ जियॉलजिस्ट/ न्युक्लोरोलॉजिस्ट/ ऑपरेशन रिसर्चर/ स्टैटिशियन जैसे विकल्प चुन सकते हैं।

फॉर्मर्सी: स्टूडेंट्स के लिए मेडिकल सेक्टर में फॉर्मर्सी का विकल्प भी अच्छा साबित हो सकता है। इसमें आप क्लिनिकल रिसर्च को चुन कर उसमे करियर बना सकते हैं। 

आर्किटेक्चर : आप अपने लिए आर्किटेक्चर का विकल्प भी चुन सकते हैं। आजकल जॉब मार्केट में यह एक बेहतर विकल्प के रूप में उभर कर सामने आ रहा है।

कर्मशल पायलट : हवा में उड़ने के शौकिनों लोगों के लिए पायलट बनकर करियर की ऊंची उड़ान भरने का सपना पूरा कर सकते हैं। 

मर्चेंट नेवी : अगर आप चाहे तो अपने बेहतर करियर के लिए मर्चेंट नेवी का विकल्प भी चुन सकते हैं। नॉन-मेडिकल साइंस वालों के लिए यह बेहतर विकल्प है।

कंप्यूटर साइंस : इसके अंदर आप आईटी सेक्टर/ सीएस/ सोफ्टवेयर डेवलोपर जैसे विकल्प चुन सकते हैं। प्रोग्रामर/ मल्टीमीडिया डिजाइनिंग/ नेटवर्क ऐडमिनिस्ट्रेशन/ सोफ्टवेयर इंजीनियर/ टैक्नोलॉजी मैनेजर जैसे विकल्प चुन सकते हैं।

हार्डवेयर : हार्डवेयर कोर्सिस में हार्डवेयर डिजाइनिंगडेवलोपिंगसर्विस मेनेंटेनस इंजीनियरिंगनेटवर्कडिजाइनिंग जैसे कोर्स प्रमुख हैजिन्हें आप चुन सकते हैं।

डिफेंस सर्विस : डिफेंस सर्विस में आजकल बहुत सारे बेहतर विकल्प हैं। इसमें आप इंडियन नेवीऑफिसर ऑर 
इंडियन एयर फोर्स ऑफिसर का विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए आपको एनडीए याआर्मीनेवी और   एयरफोर्स से जुड़े एग्जाम्स पास करने होंगे।

टेक्निकल राइटर टेक्निकल राइटर बनने के लिए आप पहले बीएससी या बीटेक करें। उसके बाद किसीभी पंजीकृत संस्थान से टेक्निकल राइटिंग का कोर्स कर सकते हैं।

मेडिकल साइंस में : आप जनरल फिजिशियनडॉक्टरस्पेशिलिस्ट) / सर्जनहोम्योपथीआयुर्वेद/डेंटिस्ट जैसे विकल्प में से कोई भी चुन सकते हैं।

पैरा मेडिकल फिल्ड : पैरा मेडिकल फिल्ड में आप फिजियोथेरेपीस्पीच थेरेपीऑडियोलॉजीनर्सिंग/आर्थोडिस्टमेडिकल लैब टेक्नॉलजीन्यूट्रिशियन ऐंड डाइजेस्टिक जैसे विकल्प चुन सकते हैं।

अलाइड मेडिकल : अलाइड फिल्ड के अंदर आप ईईजी टैक्नीशियनहोस्पीटल मैनेजमेंटमैडिकल लैबटैक्नोलॉजीरेडिटेशनपैथोलॉजीरैसपिरेट्रीसोनोग्राफरऑपरेशन थिरेटर टैक्नोलॉजीयोगा थैरेपी/मसाजएक्युप्रेसरएक्युपंचर जैसे विकल्प चुन सकते हैं।

बॉयटेक्नॉलजी : बॉयटेक्नॉलजी में आप बॉयोसाइंसबोटनीज़ूलॉजिस्टबॉयलॉजिस्टपर्यावरन विज्ञान जैसे विकल्प चुन सकते हैं।

कृषि : यदि आपके घर का बैकग्राउंड कृषि हैतो यह आपके लिए अच्छी फील्ड साबित हो सकती है।
साइंस जर्नलिज्म : विज्ञान में पत्रकारिता के लिये पहले किसी भी विषय से बीएससीएमएससीबीटेक या बीई करना अनिवार्य है। उसके बाद आप पत्रकारिता का कोर्स कर आगे बढ़ सकते हैं।

अंतरिक्ष विज्ञान : कई यूनिवर्सिटियों द्वारा अंतरिक्ष विज्ञान में बीएससी का कोर्स चलाया जाता है। आप अगर अंतरिक्ष की दुनिया का रहस्य जानने के शौकिन हैं तो यह इसमें करियर बना सकते हैं। 

फॉरेस्ट ऐंड वाइल्ड लाइफ : बारहवीं करने के बाद जगंल और वन्य जीव से स्नेह है तो आप इस सेक्टर में  
सकते हैं। आप फॉरेस्ट ऐंड वाइल्डलाइफ का विकल्प भी चुन कर वन्य जीव संरक्षण या इससे जुड़ेसेक्टरों में रोजगार तलाश सकते हैं।

फूड टेक्नॉलजी : खाना - खजाना में शौक रखने वालों के लिए फूड टेक्नॉलजी का विकल्प भी बेहतर साबित हो सकता है। आप चाहे तो इसके लिए होम साइंस का विकल्प भी चुन सकते हैं। 


शार्ट टर्म कोर्स 


मौजूदा वक्त में एनिमेशन, ग्राफिक डिजाइनिंग, एस्ट्रोनॉमी, लिंग्विस्टिक, एविएशन आदि के शॉर्ट टर्म कोर्स करन आप अपना कैरियर सवांर सकते हैं। यह शॉर्ट टर्म कोर्स आप कोई और रेगुलर कोर्स या जॉब करते हुए भी कर सकते हैं।

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